विश्व मूल निवासी दिवस के तारतम्य में डा सी वी रमन विश्वविद्यालय में उननत भारत अभियान कार्यक्रम अंतर्गत 13 अगस्त 2025 को विश्व मूल निवासी दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर जनजातीय पंचायत प्रतिनिधियों एवं सहायता समूह की महिलाओं का सम्मान किया गया। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय कुलपति प्रोफेसर प्रदीप कुमार घोष ने जनजातीय समाज के योगदान को बताया। उनहोंने कहा कि इस दिन को मनाने का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर आदिवासी समुदायों की समस्याओं और उनकी विशिष्टताओं के प्रति जागरूकता लाना हैl कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलसचिव डा अरविंद कुमार तिवारी ने कहा कि यह विश्वविद्यालय जनजातीय क्षेत्र में स्थापित प्रथम निजी विश्वविद्यालय है ,जिसका उद्देश्य जनजातीय छात्रों को उन्नत तकनीकी कौशल प्रदान करने हेतु विशेष प्रशिक्षण प्रदान करना है। डा सी वी रमन विश्वविद्यालय अपने स्थापना काल से ही लगातार इस दिशा में कार्य कर रहा है।उनहोंने बताया कि विश्वविद्यालय में आदिवासी संस्कृति एवं उसके संरक्षण एवं संवर्धन प्रयास के लिए विश्वविद्यालय में जनजातीय अनुसंधान केंद्र स्थापित करने की जानकारी भी प्रदान किया।
कार्यक्रम में उपस्थित गोद ग्राम के सरपंच कमल बिंझवार ने विश्वविद्यालय द्वारा उननत भारत अभियान अंतर्गत गोद ग्रामों में किए जा रहे विभिन्न विकासतमक गतिविधियों, रोजगार प्रशिक्षणो एवं जागरूकता कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताते हुए विश्वविद्यालय का आभार किया। कार्यक्रम को विश्वविद्यालय की वरिष्ठ जनजातीय संकाय सदस्य किरण तिगगा ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का आभार डा जयशंकर यादव एवं कार्यक्रम का संचालन संयोजक डा अनुपम तिवारी ने किया। इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी पंचायत प्रतिनिधियों एवं महिला समूह के सदस्य राजकुमारी बिझवार सहित जनजातीय संकाय सदस्यों एवं स्टाफ का शाल श्रीफल से कुलसचिव एवं कुलपति दवारा सम्मान किया गया। कार्यक्रम में प्रोफेसर ए के श्रीवास्तव, डा श्वेता साव, डा एस के तिवारी, डा रश्मि वर्मा, डा जयशंकर यादव, संयोजक डा अनुपम तिवारी, स्मृति पटेल, प्रियंका भगत, रिचा कुर्रे, केशव दुबे सहित विभिन्न विभागाध्यक्ष, संकायाधयक्ष, एन एस एस, एनसीसी छात्र छात्राएं एवं गोद ग्रामों के पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे।