डॉ सीवी रमन विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 "शब्द, भाषा की शक्ति और सामाजिक विज्ञान का महत्व" विषय पर एक दिवसीय व्याख्यान का आयोजन किया गया। भाषा के महत्व, भाषा की शक्ति और शब्द सहित अनेक विषयों पर विद्वानो ने अपने विचार रखें। यह आयोजन भाषा एवं साहित्य विभाग, सामाजिक विज्ञान विभाग एवं आइक्यूएसी द्वारा आयोजित किया गया था।
इस कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय के कुल सचिव तार्निश गौतम ने कहा कि शब्द और भाषा की शक्ति हमें समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद कर सकती है। उन्होंने कहा कि सामाजिक विज्ञान का महत्व हमें समाज की जटिलताओं को समझने में मदद करता है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार हमें शब्द, भाषा और सामाजिक विज्ञान के महत्व को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह नीति हमें समाज के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद करेगी। यह नीति हमें समाज के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद करेगी। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ सी वी रमन विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ अरविंद कुमार तिवारी ने कहा कि शब्द और भाषा की शक्ति हमें समाज में संवाद करने में मदद करती है। उन्होंने कहा की भाषा को वैश्विक स्तर तक पहुंचाने और उसकी प्रासंगिकता को लोगों तक बताने के लिए विश्व रंग का आयोजन किया जाता है। जिसमें अब तक 50 से अधिक देश शामिल हुए हैं। यह विश्व स्तरीय आयोजन हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषाओं को वैश्वीक स्तर पर स्थापित करने के लिए किया जा रहा है । कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ सीवी रमन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर प्रदीप कुमार घोष ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भारतीय भाषाओं को केंद्र में रखा गया है। खासकर हिंदी और अन्य भाषाओं में शिक्षा को भी महत्व दिया गया है। ऐसे में हमें भाषा भाषा की शक्ति और उसका सामाजिक महत्व को समझना होगा जो हमें विकसित भारत की दिशा में जाने प्रेरित करेगी।